भविष्य मालिका के अनुसार कब शुरू होगा धरती पर महाविनाश।

नमस्कार दोस्तो आप सभी का हमारे ब्लाग पर स्वागत है। आज हम आपको बताने वाले है कि भविष्य मालिका के अनुसार कब शुरू होगा धरती पर महाविनाश।

भविष्य मालिका-

दोस्तो भविष्य मालिका को 500 वर्ष पूर्व श्री अच्युतानंद दास ने लिखा था। ये भगवान जगन्नाथ के बहुत बडे भक्त थे। ऐसा कहा जाता है कि श्री अच्युतानंद दास को भूत, भविष्य और वर्तमान देखने की शक्ति प्राप्त थी। इन्होंने भविष्य मालिका नामक एक पुस्तक लिखी है जो उडीसा मे है और यह पुस्तक उडिया भाषा मे लिखी गई है। भविष्य मालिका मे की गई भविष्वाणियाँ अधिकांशतः सत्य साबित हो रही है इन्होंने जगन्नाथ मंदिर पर भी काफी भविष्वाणियाँ की है जो कि अभी तक सत्य साबित हुआ है। श्री अच्युतानंद दास उडीसा के ही रहने वाले थे। उडीसा के पाँच महान संत है संत अच्युतानंद दास, संत अनंता दास, संत जसोवंता दास, संत जगन्नाथ दास, संत बलराम दास इन्हे पंच सखा भी कहा जाता है।

भविष्य मालिका के अनुसार कब शुरू होगा धरती पर महाविनाश-

भविष्य मालिका के अनुसार यह धरती एक बडे बदलाव से होकर गुजर रही है। भविष्य मालिका के अनुसार सबसे पहले कलियुग का अंत होगा फिर धरती का महाविनाश होगा उसके बाद नये युग का निर्माण होगा। यह सब सन् 2022 से 2029 तक हो जायेगा। दोस्तो तीसरे विश्व युद्ध को धरती के महाविनाश से जोडकर देखा जा रहा है।भविष्य मालिका के अनुसार जब शनि कुंभ राशि मे प्रवेश करेंगे उस समय महाविनाश की शुरूआत होगी।

शनिदेव 29 अप्रैल 2022 को कुंभ राशि प्रवेश कर रहे है उसके बाद ये वक्री होकर 12 जुलाई 2022 को मकर राशि मे आ जायेंगे। इन ढाई महीनों मे ही तीसरे विश्व युद्ध की न्यूज बढ जायेगी। ज्योतिष के मुताबिक़ शनि 17 जनवरी 2023 को एक बार फिर कुंभ राशि मे चले जायेंगे जो कि 29 मार्च 2025 तक ये कुंभ राशि मे ही बने रहेंगे अर्थात अप्रैल 2022 से लेकर मार्च 2025 तक धरती पर तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो जायेगा।

उसके बाद शनि 29 मार्च 2025 से 23 फरवरी 2028 तक शनि कभी मार्गी तो कभी वक्री होकर मीन राशि मे रहेंगे। इस समय मे धरती का महाविनाश और तीसरा विश्व युद्ध और भी तेज हो जायेगा। उसके बाद 23 फरवरी 2028 से 17 अप्रैल 2030 तक शनि मेष राशि मे रहेंगे इसी दौरान बहुत लोग मारे जायेंगे। दुनिया का तीसरा विश्व युद्ध और धरती का महाविनाश का दौर अब खत्म हो जायेगा।

भविष्य मालिका की भविष्वाणियाँ

धरती पर महाविनाश के संकेत-

भविष्य मालिका के अनुसार धरती पर प्राकृतिक आपदाये आयेंगी। मालिका के अनुसार जब किसानो मे खेती के प्रति रूचि कम हो जायेगी तथा जंगली जानवर जंगलों से निकलकर गाँव तथा शहरो मे आकर लोगो को नुकसान पहुचाना शुरू कर देगे तो समझ जाईयेगा कि धरती का महाविनाश निकट है। आप सभी को यह पता होगा कि जब भी कोई बहुत बडी आपदा आने वाली होती है तो उसका संकेत सबसे पहले जानवरों को मिल जाता है इसीलिये जानवर जंगल को छोडकर गाँव तथा शहरो के बीच आयेगे। आये दिन ऐसा आपको देखने या सुनने को जरूर मिला होगा कि जानवर जंगलों को छोडकर गाँव तथा शहरो मे आ रहे है।

धरती की धुरी बदल जायेगी-

भविष्य मालिका के अनुसार धरती की धुरी बदल जायेगी जिसकी वजह से मशीने काम करना बंद कर देगी। इसमे मशीने अचानक एकाएक काम करना बंद कर देंगी तथा मैग्नेटिक फील्ड भी बदल जायेगा। उसके बाद पूरी दुनिया मे आये दिन भूकम्प आयेंगे। आकाश मे दो सूर्य दिखने का आभास होगा। इसमे से एक तो सूर्य ही होगा तथा दूसरा सूर्य की तरह चमकने वाला कोई तारा या उल्का पिंड या कोई धूमकेतु होगा।

जब यह पिंड बंगाल की खाडी मे हिंद महासागर मे गिरेगा तो एक बडी सुनामी आयेगी। इस सुनामी मे उडीसा के 6 जिले डूब जायेंगे। पुरी मे भगवान जगन्नाथ मंदिर मे 22वी सीढी तक पानी आ जायेगा। उस समय समुद्र की लहरे इतनी तेज होगी कि मंदिर के ऊपर लगे नील चक्र के ऊपर से पानी निकल जायेगी। उसके पहले ही भगवान जगन्नाथ के अनुयायी कटक से तीस किलोमीटर दूर छातियाभट्ट मे भगवान जगन्नाथ को स्थापित कर देंगे। उडीसा मे जो भी विध्वंस होगे वो ज्यादातर रात के समय मे ही होगें।

भविष्य मालिका के अनुसार कल्कि अवतार कब होगा

धरती पर 7 दिन रहेगा अंधेरा-

ये सभी प्राकृतिक आपदाये 2022 से लेकर 2029 के बीच आयेंगी। धरती पर उथल पुथल के कारण सूर्य सात दिनो तक आकाश मे नही दिखाई देगा। भविष्य मालिका के अनुसार तीसरा विश्व युद्ध 6 वर्ष 6 माह तक चलेगा। 2029 तक तीसरे विश्व युद्ध के कारण विनाश जारी रहेगा। मालिका के अनुसार जब सभी देश मिलकर आपस मे लडेंगे समय युद्ध मे परमाणु बम का भी इस्तेमाल किया जायेगा। जैसा कि आप सभी जानते है कि विज्ञान जैसे-जैसे तरक्की कर रहा है वो परमाणु बम, हाइड्रोजन बम इतने खतरनाक बम बनाकर रखे है जो कि सभी देशो के लिये खतरा है।

युद्ध के समय इन सभी बमो का इस्तेमाल किया जायेगा। भविष्य मालिका के अनुसार चीन 13 मुस्लिम देशो के साथ मिलकर भारत पर आक्रमण कर देगा। जिसकी वजह से भारत को भी युद्ध मे शामिल होना पडेगा। इस युद्ध मे पाकिस्तान सबसे आगे होगा। आश्चर्य की बात तो यह है कि संत अच्युतानंद दास ने जब 500 वर्ष पूर्व भविष्य मालिका पुस्तक लिखी थी तब पाकिस्तान का नामोनिशान नही था तथा उस समय इतने मुस्लिम देश भी नही थे।

भारत का अंतिम राजा कौन होगा-

भविष्य मालिका के अनुसार भारत देश का अंतिम राजा एक योगी होगा। जो कि हिंदू होगा तथा उसके कोई संतान नही होगी। तीसरे विश्व युद्ध के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था इतनी अस्त व्यस्त हो जायेगी कि कुछ समय के लिये भारत मे मिलिट्री शासन लग जायेगा। सबसे पहले युद्ध की शुरूआत रूस और चीन करेंगे। उसके बाद पूरे देश मे युद्ध होगा।  इस युद्ध मे भारत अंतिम के 13 महीने युद्ध मे शामिल होगा तथा अंत मे सभी देशो पर विजय प्राप्त करेगा।

इस युद्ध मे बहुत ज्यादा लोग मारे जायेंगे तथा परेशान होकर लोग भगवान विष्णु से अवतार लेने के लिये प्रार्थना करेंगे। उस समय भगवान विष्णु के 10वे अवतार भगवान कल्कि सबके सामने आ जायेंगे। युद्ध मे भारत को भगवान कल्कि ही बचायेंगे। यदि भविष्य मालिका की माने तो भगवान कल्कि का अवतार हो चुका है। इनका जन्म उत्तर प्रदेश के संभलपुर नामक गाँव मे हुआ है। मालिका के अनुसार भगवान कल्कि को बचपन मे काफी मुसीबतों तथा चुनौतियों का सामना करना पडेगा।

इस समय ये किसी गुप्त स्थान पर है ये पब्लिसिटी से दूर रहेंगे तथा अपने 74 हजार भक्तो के साथ सम्पर्क मे रहेंगे। ये सभी एक खास इलाके मे तथा एक ही जगह पर जन्म लेगें। इस युद्ध मे चिरंजीवी भी लडेंगे। चिरंजीवी जैसे की हनुमान जी, कृपाचार्य जी, भगवान परशुराम, तथा अस्वथामा भी भगवान कल्कि का युद्ध मे साथ देगें। इसके अलावा 64 धार्मिक गुरू भी इसी काल मे जन्म लेगें तथा 8 सैन्य अधिकारी भी जन्म लेगे तथा युद्ध मे भगवान कल्कि का साथ देगें।

युद्ध के बाद की स्थिति-

भविष्य मालिका के अनुसार जब तीसरा विश्व युद्ध खत्म हो जायेगा तब पूरी दुनियां मे मात्र 64 करोड लोग ही जीवित बचेंगे बाकी सब मारे जायेंगे। भारत मे मात्र 30 करोड लोग ही बचेंगे। सभी जातियाँ तथा धर्म खत्म हो जायेंगे सिर्फ सनातन धर्म ही बचेगा। उसके बाद भगवान कल्कि धर्म की स्थापना करेंगे फिर 1000 वर्षो तक पूरी दुनिया मे शांति व्यवस्था कायम रहेगी।

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FAQ-

प्रश्न- भविष्य मालिका पुस्तक को किसने लिखा है?

उत्तर- संत श्री अच्युतानंद दास ने।

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