भविष्य मालिका कलियुग के अंत के 9 संकेत जो कि सच साबित हुये है।

नमस्कार दोस्तो आप सभी का हमारे ब्लाग पर स्वागत है। आज हम आपको भविष्य मालिका कलियुग के अंत के 9 संकेत जो कि सच साबित हुये है। उसके बारे मे विस्तार से बताने वाले है।

जगन्नाथ मंदिर-

दोस्तो आप लोग जगन्नाथ मंदिर के बारे मे तो जानते ही होगें। यह चार तीर्थ स्थलो मे से एक है। दोस्तो यह मंदिर पूरी दुनिया मे प्रसिद्ध है। साथ ही साथ इस मंदिर मे होने वाले चमत्कार भी पूरी दुनिया मे प्रसिद्ध है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। इस मंदिर मे तीन मूर्तियाँ है जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा। यह मंदिर उडीसा मे स्थित है।

भविष्य मालिका की 9 भविष्वाणियाँ जो कि सच साबित हुई है-

दोस्तो भविष्य मालिका को 500 वर्ष पूर्व संत श्री अच्युतानंद दास महाराज ने लिखा था ऐसा कहा जाता है कि इन्हे भूत, भविष्य, वर्तमान सबकुछ दिखाई देता था। इन्होंने कलियुग के अंत को लेकर काफी भविष्वाणियाँ की है। जिसमे से 9 भविष्वाणियाँ अभी तक साबित हुई है जो कि हम आपको बताने जा रहे है।

भविष्य मालिका के अनुसार सबसे पहले कलियुग का अंत होगा फिर महाविनाश होगा उसके बाद नये युग का प्रारम्भ होगा। भविष्य मालिका के अनुसार जगन्नाथ मंदिर मे जब कोई अशुभ घटना घटेगी तब-तब संसार पर कोई न कोई विपत्ति आयेगी।

1- संत अच्युतानंद ने भविष्यवाणी की थी कि भगवान जगन्नाथ का अपमान होगा तथा मंदिर की परंपराओं मे अव्यवस्था होगी। दोस्तो जगन्नाथ मंदिर मे स्थापित मूर्तियाँ लकडी की बनी होती है। यह मूर्तियाँ 12 वर्षों मे एक बार बदली जाती है। जिसमे पुरानी मूर्तियों को दफना दिया जाता है तथा नयी मूर्तियों को स्थापित किया जाता है। इसे नव कलेवर की रस्म कहा जाता है।

सन् 1996 के बाद 2015 मे नयी मूर्तियों को स्थापित किया गया था। मूर्तियों की स्थापना मे वहाँ के पंण्डितो के बीच कुछ अनबन हो गई थी जिसकी वजह से मूर्तियों की स्थापना रात मे होने की वजाय अगले दिन 12 घंटे लेट से अगले दिन दोपहर को मूर्तियों की स्थापना हुई थी। इसके अतिरिक्त आये दिन मंदिर के पुजारियों के बीच मे झगडे होते रहते है जिसकी वजह से मंदिर मे अव्यवस्था होती है। इस तरह से यह भविष्यवाणी सच साबित हुई है।

2- दूसरी भविष्यवाणी यह है कि जगन्नाथपुरी मंदिर के पत्थर गिरेगें। सन् 1842 से लेकर अब तक मे लगभग 15 बार जगन्नाथपुरी मंदिर से पत्थर गिरने की घटना हो चुकी है। कई बार तो यह पत्थर काफी बडे-बडे होते है। यह भविष्यवाणी भी सच साबित हुई है।

3- उडीसा मे एक चक्रवाती तूफान आयेगा और पुरी के जगन्नाथ मंदिर का पवित्र कल्पवृक्ष अर्थात बरगद का पेड टूटकर गिर जायेगा तथा इसके बाद दुनिया मे लोगो के मरने का सिलसिला शुरू हो जायेगा। दोस्तो मई 2019 मे समुद्र मे एक चक्रवाती तूफान आया था जिसकी वजह से पवित्र कल्पवृक्ष टूटकर नीचे गिर गया था। उसी वर्ष के अंत मे कोरोना जैसी महामारी देश मे आ गई। इस महामारी की वजह से बहुत से लोग मर गये ये भी भविष्यवाणी सत्य साबित हुई।

4- जगन्नाथपुरी मंदिर का झंडा कई बार नीचे गिरेगा और एक चक्रवाती समुद्री तूफान मे समंदर मे जा गिरेगा। मई 2019 मे चक्रवाती तूफान की वजह से मंदिर का झंडा उडकर समुद्र मे जा गिरा था तथा समुद्र मे समाहित हो गया था उसके बाद मई 2020 मे भारी तूफान की वजह से मंदिर का झंडा उड गया था। मंदिर का झंडा गिर जाना या उड जाना एक अपशकुन माना जाता है इस दौरान पूरी दुनिया ने कोरोना जैसी महमारी को झेला था। इस महामारी मे बहुत मौते हुई जिसमे शमशान घाट मे लाश जलाने के लिये जगह नही बची। इस तरह से यह भविष्यवाणी भी सच साबित हुई।

5- जगन्नाथ पुरी मंदिर के शिखर पर नीलचक्र या सुदर्शन चक्र तूफान से वक्र या टेढा हो जायेगा। भगवान जगन्नाथ मंदिर के ऊपर लगे नीलचक्र को सुदर्शन चक्र भी कहा जाता है। अष्टधातु से बने इस चक्र को बहुत ही शुभ माना जाता है। मई 2019 मे चक्रवाती समुद्री तूफान की वजह से मंदिर के शिखर पर मौजूद चक्र वक्र या टेढा हो गया था। यह भविष्यवाणी भी सत्य साबित हुई।

6- जगन्नाथपुरी मंदिर के झंडे मे आग लग जायेगी। 19 मार्च 2020 को पाप नाशक एकादशी के मौके पर झंडे मे आग लग गई थी लोग इसे बहुत अपशकुन मान रहे थे। इस घटना के बाद कोरोना महामारी मे तेजी आई। ठीक पाँच दिनो के बाद सम्पूर्ण भारत मे लाकडाऊन लगा दिया गया था। यह भविष्यवाणी भी सत्य साबित हुई।

7- भगवान जगन्नाथ मंदिर परिसर मे त्रिदेव के ऊपर जो कपडा है उसमे आग लग जायेगी। दोस्तो जगन्नाथ मंदिर मे कई बार मंदिर के कपडे मे आग लग चुकी है अतः यह भविष्यवाणी भी सच साबित हुई।

8- भगवान जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर और एकाश्म स्तंभ पर गिद्ध बैठेगा। दोस्तो भगवान जगन्नाथ मंदिर के ऊपर कोई भी पक्षी न तो उडता है और न ही मंदिर के शिखर पर बैठता है यहाँ तक की कोई हवाई जहाज भी जगन्नाथ मंदिर के ऊपर से होती हुई नही जाती। जुलाई 2020 तथा दिसम्बर 2021 मे मंदिर के ऊपर गिद्ध बैठ चुका है तथा पक्षियों को उडते हुये भी देखा गया है इसे लोग बहुत ही अशुभ मान रहे है। अतः यह भविष्यवाणी भी सत्य साबित हुई।

9- भगवान जगन्नाथ के मंदिर मे बार-बार रक्तपात होता अर्थात खून गिरेगा। दोस्तो आये दिन जगन्नाथ मंदिर मे रक्त की छीटे दिखते है यह बहुत ही अशुभ माना गया है। यह भविष्यवाणी भी सच साबित हुई है। कुल मिलाकर अभी तक अच्युतानंद दास की 9 भविष्वाणियाँ सच साबित हुई है।

दोस्तो इन सच हो रही भविष्यवाणियो को देखते हुये यह अनुमान लगाया जा सकता है कि अब कलियुग का अंत होने वाला है। कलियुग के अंत के बाद महाविनाश होगा उसके बाद नये युग की स्थापना होगी।

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FAQ-

प्रश्न- भविष्य मालिका पुस्तक को किसने लिखा है?

उत्तर- संत श्री अच्युतानंद दास ने।

प्रश्न- जगन्नाथ मंदिर कहा पर स्थित है?

उत्तर- उडीसा मे।

प्रश्न- जगन्नाथ मंदिर मे किसी मूर्तियाँ स्थापित है?

उत्तर- जगन्नाथ मंदिर मे जगन्नाथ, सुभद्रा, बलभद्र की मूर्तियां स्थपित है।

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